
पाकिस्तान हुआ बेनकाब! अमेरिका ने भी माना, ISI का खालिस्तानी आतंकियों से सीधा कनेक्शन
पंजाब में आतंकी हमलों के लिए अमेरिकी जांच एजेंसी फेडरल ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टिगेशन (FBI) ने पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी इंटर-सर्विसेस इंटेलिजेंस (ISI) को जिम्मेदार ठहराया है. ऐसा पहली बार हुआ है जब आईएसआई का सीधे तौर पर खालिस्तानी आतंकियों से कनेक्शन बताया गया है.
एफबीआई और इमिग्रेशन एंड कस्टम्स एनफोर्समेंट (ICE) के अधिकारियों ने एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है जो कथित तौर पर भारत में वांछित था. इस व्यक्ति पर पंजाब समेत भारत में कई आतंकवादी हमलों में शामिल होने का आरोप है.
एफबीआई की जांच में बड़ा खुलासा
एफबीआई की जांच में पता चला कि वो पाकिस्तान की इंटर-सर्विसेज इंटेलिजेंस (ISI) और खालिस्तानी आतंकवादी समूह बब्बर खालसा इंटरनेशनल (BKI) के साथ कथित रूप से सहयोग कर रहा था. अधिकारियों ने बताया कि आरोपी ट्रेसेबल बर्नर फोन और एनक्रिप्टेड एप्लिकेशन का उपयोग कर लगातार गिरफ्तारी से बच रहा था. यह मामला वैश्विक सुरक्षा के लिए खतरा पैदा करने वालों को पकड़ने में अंतर्राष्ट्रीय सहयोग के महत्व को रेखांकित करता है.
जानिए क्या होता है बर्नर फोन
अमेरिका और कनाडा में बर्नर एक एप (App) है जिससे ऐसे टेम्परेरी फोन नंबर बनाए जा सकते हैं, जिन्हें इस्तेमाल करने के बाद डिस्पोज किया जा सकता है.
बब्बर खालसा इंटरनेशनल क्या है ?
1978 में बना बब्बर खालसा इंटरनेशनल (बीकेआई) एक चरमपंथी समूह है. खालिस्तान को लेकर बनाए गए इस गुट को भारतीय गृह मंत्रालय ने टैररिस्ट ऑर्गेनाइजेशन्स की लिस्ट में टॉप पर रखा है. साउथ एशिया टैररिज्म पोर्टल में इसे सबसे संगठित और खतरनाक समूहों में रखा गया है.
बीकेआई फिलहाल कनाडा, यूके, यूएस के अलावा जर्मनी, फ्रांस और स्विटजरलैंड से भी संचालित हो रहा है. इसका नेता वाधवा सिंह है जो कथित तौर पर पाकिस्तान में कहीं छिपा है. मेहाल सिंह बीकेआई का डिप्टी चीफ है और ये भी पाकिस्तान में ही रहता है. ये उन आतंकियों में से हैं जिनके प्रत्यर्पण की भारत लंबे समय से मांग कर रहा है.
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