
Pahalgam Terror Attack Update: 22 अप्रैल, 2025 को पहलगाम आतंकी हमले को लेकर देश में गुस्सा है. घाटी में आतंकवादियों के खिलाफ एक्शन लिया जा रही है. इस बीच जम्मू-कश्मीर पुलिस ने बड़ा ऐलान किया है. अनंतनाग पुलिस ने बुधवार (23 अप्रैल, 2025) को इस कायराना हमले में शामिल आतंकवादियों के बारे में कोई भी सूचना देने पर 20 लाख रुपये का नकद इनाम देने की घोषणा की है.
यह घोषणा ऐसे समय में की गई है जब सरकार हमले का जवाब देना शुरू कर दिया है. भारत की एजेंसियों ने कश्मीर घाटी में सुरक्षा बढ़ा दी है और आतंकियों की पहचान करने के लिए लगातार कदम उठाए जा रहे हैं. इस नरसंहार के पाकिस्तान से तार जुड़े हैं, ऐसे में मोदी सरकार ने एक्शन लेते हुए सिंधु जल समझौते पर विराम लगा दिया है. इसके साथ ही पाकिस्तानी नागरिकों की देश में एंट्री बैन कर दी और उन्हें वीजा भी नहीं दिया जाएगा. जो भी पाकिस्तानी देश में हैं उन्हें 48 घंटे में अपने देश वापस लौटना होगा.
पाकिस्तान के खिलाफ भारत ने उठाए ये कदम
विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने बताया कि सीसीएस ने निर्णय लिया कि 1960 की सिंधु जल संधि तत्काल प्रभाव से तब तक स्थगित की जाती है, जब तक कि पाकिस्तान विश्वसनीय और अपरिवर्तनीय रूप से सीमा पार आतंकवाद के लिए अपना समर्थन बंद नहीं कर देता. मिस्री ने कहा कि अटारी एकीकृत जांच चौकी को भी तत्काल प्रभाव से बंद करने का फैसला किया गया है. उन्होंने कहा कि जो लोग वैध अनुमोदन के साथ सीमा पार कर चुके हैं, वे एक मई से पहले उस मार्ग से वापस आ सकते हैं.
उन्होंने कहा कि यह फैसला भी किया गया है कि नई दिल्ली में पाकिस्तानी उच्चायोग में रक्षा/सैन्य, नौसेना और वायु सलाहकारों को अवांछित (पर्सोना नॉन ग्राटा) घोषित किया गया है साथ ही उनसे एक सप्ताह के भीतर भारत छोड़ने के लिए कहा गया है. मिस्री ने बताया कि सरकार ने यह भी तय किया है कि इस्लामाबाद में भारतीय उच्चायोग से अपने रक्षा/नौसेना/वायु सलाहकारों को वापस बुलाया जाएगा. उन्होंने कहा, ‘‘उच्चायोग में कर्मियों की संख्या को मौजूदा 55 से घटाकर 30 कर दिया जायेगा, जो एक मई से प्रभावी होगा.’’
टीआरएफ ने ली हमले की जिम्मेदारी
पाकिस्तान के आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा (LeT) की दूसरी ब्रांच द रेजिस्टेंस फ्रंट (TRF) ने इस भीषण आतंकी हमले की जिम्मेदारी ली है. सुरक्षा एजेंसियों ने आतंकियों का स्केच भी जारी किया है. अधिकारियों के मुताबिक, उनके नाम आसिफ फौजी, सुलेमान शाह और अबू तल्हा हैं. माना जाता है कि लश्कर के सैफुल्लाह कसूरी ने हमले की योजना बनाई थी. गौरतलब है कि रेजिस्टेंस फ्रंट (TRF) को 2023 में गैरकानूनी गतिविधि रोकथाम अधिनियम (UAPA) के तहत आतंकवादी समूह घोषित किया गया था. यह ग्रुप अगस्त 2019 में अनुच्छेद 370 के निरस्त होने के बाद अस्तित्व में आया था.
ये भी पढ़ें: एक और एयरस्ट्राइक की तैयारी? पहलगाम आतंकी हमले के बाद इंडियन आर्मी के रडार पर PoK में मौजूद 42 टेरर कैंप